Adsense in feed ads एक तरह से native advertising के अंतर्गत आते हैं जो आपके content के अनुसार आपके ब्लॉग पर show होते हैं। मैंने इस तरह के ad में देखा है कि इनकी CPC अन्य ad unit की अपेक्षा ज्यादा होती है और CTR भी अच्छी ही मिल जाती है जिसकी वजह से ब्लॉग की earning भी काफी ठीक ठाक हो जाती है। लेकिन in feed ads को आप blog के articles में नहीं लगा सकते क्योंकि ये सिर्फ website के feed के लिए ही google adsense ने provide किये हैं। चलिए जानते हैं कि in feed ad unit कैसे बनाते हैं और इन्हें blog में कहाँ लगा सकते हैं।
कुछ ब्लॉगर ऐसे हैं जिन्होंने ब्लॉगिंग में अभी अभी कदम रखा है और उनके blog पर adsense approval भी मिल गया है लेकिन उन्हें इस तरह के native ads के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे लोगों के लिए यह article बहुत फायदेमंद साबित होगा ऐसा मेरा मानना है।
हम सब जानते हैं कि adsense ads को किसी भी blog के लिए online earning का सबसे बढ़िया और आसान source माना जाता है क्योंकि इसमें किसी तरह के investment करने की जरुरत नहीं पड़ती।
बस आपके पास एक ऐसा ब्लॉग होना चाहिए जिस पर अच्छा search traffic हो फिर आप google adsense के ads लगाकर काफी अच्छी monthly income कर सकते हैं।
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In Feed Ads क्या होते हैं ?
ये वो ad unit होते हैं जिन्हें adsense ने सिर्फ blog feed के लिए provide किया है। यदि इस तरह के ad ब्लॉग में लगाये जाएँ तो आपके visitors के लिए user experience भी बढ़िया रहता है क्योंकि ये content से रिलेटेड display होते हैं।
In feed ads एक प्रकार से adsense native ads की श्रेणी में आते हैं जिन्हें आप अपने site के content look के हिसाब से customize कर सकते हैं, यही वजह है कि इस तरह की ad unit readers को ब्लॉग का ही पार्ट समझ में आता है जिसकी वजह से Click through rate भी अच्छा मिल जाता है।
In feed ads को आप अपने blog के posts के बीच में लगा सकते हैं जिससे visitor को लगता है कि ये आपकी site का content ही लगता है। और इतना ही नहीं आप अपने homepage पर show होने वाली पोस्ट के ऊपर नीचे या बीच में कहीं भी place कर सकते हैं।
इन ads की वजह से users को किसी तरह की कोई प्रॉब्लम नहीं होती और ना ही user’s flow को किसी तरह से damage करते हैं।
Google Adsense के अनुसार In Feed Ads के लिए ”Feed” का क्या मतलब होता है ?
कोई user जब आपके ब्लॉग पर show होने वाली पोस्ट को scroll करता है और अपनी जरुरत के अनुसार content को check भी करता है इसे ही adsense के अनुसार feed कहा जाता है जैसे ब्लॉग का home पेज जहाँ पर 5-10 पोस्ट की लिस्ट एक साथ show होतीं हैं feature image के साथ।
इसके बारे में बताने का मेरा एक ही कारण था कि कुछ लोग syndication feed जैसे RSS और google feed burner feed समझने की गलती कर बैठते हैं। Google adsense में feed का मतलब जहाँ पर content की list show होती है उसे कहा जाता है।
यदि आपकी website का desktop और mobile layout different है तो आपको In Feed Ads भी desktop और मोबाइल के लिए different size के लगाने होते हैं जिससे किसी तरह की ब्लॉग डिजाईन में कोई खराबी ना दिखाई दे।
लेकिन ध्यान रहे आपकी site के feed layout की width 250 px से कम नहीं होनी चाहिए तभी आप इन्हें use कर सकते हो।
In feed native advertising examples :
यदि आपने अपने ब्लॉग पेज पर इस तरह के ads पहले कभी use नहीं किये हैं तो हो सकता है आपको इसकी डिजाईन के बारे में पता ना हो कि ये आपके blog पर किस तरह के दिखाई देते हैं तो इसके लिए google adsense के ऑफिसियल पेज पर जाकर देख सकते हैं।
Blog पर In Feed Ads use करने के फायदे:
यदि आप अपनी वेबसाइट पर इन ads को लगाते हैं तो निम्नलिखित फायदे होते हैं –
Good User Experience: ये आपके visitors के लिए बढ़िया Experience देते हैं क्योंकि इन्हें आप customize करके अपनी website content की तरह show कर सकते हैं जिससे user को कोई समस्या नहीं होती है।
Ideal for mobile: ये आपके mobile users के लिए भी फिट होते हैं क्योंकि ये screen के हिसाब से automatically फिट हो जाते हैं जिससे ब्लॉग की डिजाईन में किसी तरह का कोई distraction पैदा नहीं होता है।
Monetizing new ad spaces: इस तरह के ads को आप अपने blog के home page पर पोस्ट के ऊपर नीचे और बीच में कहीं भी लगा सकते हैं जिससे आपको और ज्यादा monetizing space मिल जाता है जिसकी वजह से adsense revenue भी बढ़ जाता है।
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In Feed Ads Unit कैसे बनायीं जाती है ?
यदि आपको ब्लॉग में इस तरह के ad लगाने हैं तो सबसे पहले एक In Feed ad unit बनानी होगी जिसके लिए नीचे बताये गए स्टेप्स को follow कीजिये –
स्टेप -1
सबसे पहले Google adsense sign in कर लीजिये।
- My Ads पर क्लिक कीजिये।
- +New ad unit पर क्लिक कर दीजिये।
स्टेप -2
इसके बाद एक new पेज खुल जायेगा जिसमें ads के प्रकार show होंगे उनमें से in-feed ads को select कर लीजिये।
स्टेप -3
इसके बाद आप दो option मिलेंगे एक recommended style और दूसरी Create Manually ad style.
- Create ad style Manually पर क्लिक कीजिये।
- जिस तरह आपकी पोस्ट show होतीं हैं ठीक वैसी image style select कर लीजिये।
- अब Next बटन पर क्लिक कर दीजिये।
स्टेप -4
अब आपके सामने ad customization का पेज open हो जायेगा जिसमें आपको ad के font, color इत्यादि अपने ब्लॉग की डिजाईन के अनुसार बनाने हैं।
- Ad unit name में कुछ भी नाम डाल दीजिये।
- यहाँ से container की width पकड़कर set कर सकते हैं।
- इसमें Image, Headline, Description, URL और बटन की style change कर सकते हैं।
- इसके बाद SAVE AND GET CODE बटन पर क्लिक कर दीजिये।
इसके बाद आपको in feed ad unit का code मिल जायेगा जिसे आप copy करके अपने ब्लॉग के home page पर पोस्ट के बीच में लगा दीजिये, ad लगाने के बारे में जानकारी लेने के लिए इसे पढ़ें Home Page पर ads कैसे लगाते हैं । Adsense code लगाने के बाद लगभग 10 -15 मिनट तक का समय लग सकता है ads display होने में इसलिए इस बात को जरुर याद रखें कि ads तुरन्त show नहीं होते हैं।
तो अब आप सीख गए होंगे कि google adsense के in feed ads unit कैसे बनायीं जाती है यदि आपका इससे सम्बंधित कोई सवाल है तो कमेंट करके पूछ सकते हैं। यदि आपको ये जानकारी पसंद आई हो तो अपना थोड़ा सा कीमती समय देकर सोशल मीडिया पर शेयर करके अन्य लोगों को जरुर इसके बारे में बताएं।
Arif Ansari says
Bahut hi achchi jankari diye hai sir.
Nehal says
Wow sir, sabse acchi baat yeh ke sir apne in feed ad unit ke bare me bataya….
ranjot singh says
such a great article sir
Yogendra Singh says
Sir main ye janna chahta hoon ki jab hum google par kuchh search karte hai to google sabse upar about likhkar koi sankhya dikhata hai. Ye sankhya alag keyword ke anusar alag hoti hai. Main ye janna chahta hoon ki ye sankhya kya hoti hai.
Surendra Singh says
Jo vo numbers show karta hai vo search results hote hai Matlab yadi aap koi words search karenge to Google us words ko jitni website me find karta hai usi ki calculation batata hai.
Yogendra Singh says
To sir hame post likhne ke liye
google ki search result jo kam hai wala keyword
ya
google ki jyada search result wala keyword post me use karane chahiye.
Surendra Singh says
Kuchh bhi kisi bhi post par puchhna allow nahi hai isliye post related hi question kiya kijiye.
Anuj says
Mai feed ads nahi lagaya hai par mere blog me kabhi kabhi automatically feed ads post ke beech me show hote hai.
Kya in feed ads ko lagane par blog ke loading par koi fark padega
Surendra Singh says
In feed ad ho ya koi other type ka ad ho sabhi loading speed ko affect karte hai.
Arun kumar says
Sir bhut achi jankari hain lekin in feed ads se kya earning badengi
kunal jadhav says
agar ham post me hindi with english likhe to jada earning kR SAKTE HAI
Atul maurya says
hello sir kaya aap hame apni template de sakte hai mai abhi word press me naya hu
aap ho hamari help kare ge .
sir maine aap ko facebook pe bhi sms kiya tha
Ram Gupta says
बहुत बढ़िया जानकारी आप ने शेयर की है जिससे हमें सीटीआर इंप्रूव करने में मदद मिलेगी
Shubham says
Sr Mera website Me adsence ke Ads code Lagane Ke bad bhi ads show nahi ho rahe
Surendra Singh says
yadi aapka adsense approve hai tabhi ads show honge aur yadi approve hai to ads show hone me 30 to 60 minutes lag jate hai.
SK Enterprises says
Bahut hi interesting jankari diya hai aapne mera ek swal hai adsense lgane ke liye uspe pahle account banan prta hai maine bnaya bhi but wo show nahi kr rha hai ise Active hone me kitna time lgta hai iske bare me btaye.
gagan raypariya says
mere ek blog tha pahle mene us par google adsense apply kiya tha lekin wo approve nhi hua tha .ab m dusri g mail id se dusra blog banaya hai m ab google adsense ke liye aaply kru to koi dikkat hogi kya ,please sir reply
Surendra Singh says
Koi problem nahi hoga aap dusri email id se apply kar dijiye